by Ishan Roy
इतिहास से मिटे अकà¥à¤·à¤°
कल के सफ़ेद पनà¥à¤¨à¥‹ पर लिखे काले अकà¥à¤·à¤° आज का इतिहास है| कल को जनà¥à¤®à¤¾ à¤à¤• साधारण सा बालक आज इतिहास का à¤à¤• पà¥à¤°à¤¤à¤¾à¤ªà¥€ समà¥à¤°à¤¾à¤Ÿ है| कल जिसकी कà¥à¤°à¥‚रता के चरà¥à¤šà¥‡ दहशत का परà¥à¤¯à¤¾à¤¯ थे आज उसके योदà¥à¤§à¤¾ होने के पà¥à¤°à¤®à¤¾à¤£ विलà¥à¤ªà¥à¤¤ हो चà¥à¤•à¥‡ गाà¤à¤µà¥‹à¤‚ और शमशान बन चà¥à¤•à¥‡ शहरों में है| सदियों से कल के वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ और आज के इतिहास की नीव को जिसने अपने पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ से लगातार मज़बूत किया है वो है असंखà¥à¤¯ लेखकों की अनगिनत लेखनी है| पर इतिहास लेखन की इस कला में इतिहासकारों की लेखनी ने कहीं ना कहीं इतिहास के सारे शूरवीरों के साथ समान नà¥à¤¯à¤¾à¤¯ नहीं किया हैं|आज जब देश में तमाम तरह के लेखक या शोधकरà¥à¤¤à¤¾ उन शूरवीरों की बिखरी कड़ी को जोड़ रहे हैं तब à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ इतिहास का à¤à¤• अलग चेहरा हमारे सामने आ रहा है| à¤à¤¾à¤°à¤¤ का इतिहास कई खणà¥à¤¡à¥‹à¤‚, आदरà¥à¤¶à¥‹à¤‚, नियमों, उसूलों और आधारों पर समय-समय पर बहà¥à¤¤à¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ लिखा गया पर इतिहास के इतने दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ होने के बावजूद जिस à¤à¤• आधार ने à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ इतिहास को बà¥à¤°à¥€ तरह पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ किया वो है सदियों से होते आये बाहरी आकà¥à¤°à¤®à¤£| à¤à¤¾à¤°à¤¤ में हमेशा से ही इतिहास लिखे गठऔर फिर किसी के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ नषà¥à¤Ÿ कर दिठगà¤| à¤à¤¸à¥€ ही अनकही कहानियों और खोते जा रहे इतिहास के कà¥à¤› पनà¥à¤¨à¥‹ को समेटने का काम जयपà¥à¤° लिटरेचर फेसà¥à¤Ÿà¤¿à¤µà¤² ने तीसरे दिन किया|
यà¥à¤µà¤¾ साहितà¥à¤¯ अकादमी अवारà¥à¤¡ विजेता तथा आइवरी थà¥à¤°à¥‹à¤¨ जैसी किताब के लेखक मनà¥.à¤à¤¸.पिलà¥à¤²à¤ˆ ने वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ करते हà¥à¤ कहा कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ में इतिहास गिने चà¥à¤¨à¥‡ लोगों के इरà¥à¤¦-गिरà¥à¤¦ ही घूमता रहता है और इससे दूसरों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किये गठकारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ का वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ कहीं ना कहीं पीछे छूट जाता है| अपनी किताब आइवरी थà¥à¤°à¥‹à¤¨: कà¥à¤°à¥‹à¤¨à¤¿à¤•à¤² ऑफ़ हाउस ऑफ़ तà¥à¤°à¤‚वाकोर में à¤à¤¸à¥‡ ही à¤à¤• राजपरिवार कि पूरी जीवनी दरà¥à¤¶à¤¾à¤¨à¥‡ वाले मनॠकी इस किताब को लेकर बहà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¶à¤‚सा मिली है| अपने किताब के माधà¥à¤¯à¤® से उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सेतॠलकà¥à¤·à¥à¤®à¥€à¤¬à¤¾à¤ˆ, जोकि टà¥à¤°à¤¾à¤µà¤¨à¥à¤•à¥‹à¤° की महारानी थी, दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ लागॠकिये गठतमाम सà¥à¤§à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ की चरà¥à¤šà¤¾ की है जिसमें शिकà¥à¤·à¤¾, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿, बेहतर जीवनशैली पर किये गठनिवेशों को दरà¥à¤¶à¤¾à¤¯à¤¾ है| केरला के शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• सà¥à¤¤à¤° की बात करते हà¥à¤ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सेतॠलकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ बाई के सà¥à¤§à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को इसका आधार बताया| अपनी किताब का à¤à¤• सार बताते हà¥à¤ मनॠने कहा कि à¤à¤• पाठक इस किताब में पायेगा कि किस तरह à¤à¤• 5 साल कि बचà¥à¤šà¥€ महारानी बना दी जाती है और फिर कैसे केरल में वामपंथी सरकार के आने के बाद उससे उसके सारे महल छीन लिठजाते है जिसको वो बड़े आराम से बिना किसी दà¥à¤µà¥‡à¤· के छोड़ देती है|
संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤, तमिल, मराठी जैसी à¤à¤¾à¤·à¤¾ की जानकार à¤à¤µà¤‚ इन à¤à¤¾à¤·à¤¾ में कई किताबें लिखने वाली इंदिरा पीटरसन ने अपनी किताब में थानà¥à¤œà¤¾à¤µà¤° के राजा सरà¥à¤«à¥‹à¤œà¥€ के सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤•, शिकà¥à¤·à¤¾, कला के सà¥à¤§à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ को बताया| शिकà¥à¤·à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में सरà¥à¤«à¥‹à¤œà¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ किये गठसà¥à¤§à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ की चरà¥à¤šà¤¾ करते हà¥à¤ इंदिरा ने कहा कि “जब पूरे à¤à¤¾à¤°à¤¤ में बà¥à¤°à¤¿à¤Ÿà¤¿à¤¶ सà¥à¤•à¥‚ल नहीं बना पा रहे थे तब उस वक़à¥à¤¤ सरà¥à¤«à¥‹à¤œà¥€ 4 à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ठके सà¥à¤•à¥‚ल बना चà¥à¤•à¥‡ थे जिसमें सबके लिठशिकà¥à¤·à¤¾ मà¥à¤«à¥à¤¤ थी| अपने बनारस पà¥à¤°à¤µà¤¾à¤¸ के दौरान 5000 मेनà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¿à¤ªà¥à¤Ÿ को सरà¥à¤«à¥‹à¤œà¥€ ने थानà¥à¤œà¤¾à¤µà¤° के विकास के लिठलाया था| वही 4500 पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ की à¤à¤• पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¤¾à¤²à¤¯ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ à¤à¥€ कराया था| सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥ के लिठसरà¥à¤«à¥‹à¤œà¥€ ने खà¥à¤¦ à¤à¤²à¥‹à¤ªà¥ˆà¤¥à¥€ की पढाई तीन सालों तक की थी तथा यूनानी, आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के समीकरण को कविता में लिखवाया तथा पà¥à¤°à¤œà¤¾ उसको याद कर सके और बाद में उसका उपयोग कर सके’|
हालाà¤à¤•à¤¿ à¤à¤¾à¤°à¤¤ का इतिहास हमेशा से गौरवशाली रहा है और हमारे इतिहास के इतने मज़बूत सà¥à¤¤à¤ का ही कारण है कि सालों से आये इतने à¤à¤‚à¤à¤¾à¤µà¤¾à¤¤à¥‹à¤‚ के बावजूद à¤à¥€ हम आज सखà¥à¤¤à¥€à¤¸à¥‡ खड़े है और à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ में दà¥à¤—ने विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ के साथ आगे बà¥à¤¨à¥‡ को तैयार है पर इन सब के साथ हमे सà¤à¥€ को जोड़ने कि दिशा में à¤à¥€ काम करना चाहिठऔर अगर यà¥à¤µà¤¾ इसमें अपन योगदान देगा तो वो और à¤à¥€ बेहतर होगा|