इंटरनेट की दुनिया में बुकस्टोर की आत्मा

इंटरनेट की दुनिया में बुकस्टोर की आत्मा

पूरे विश्व में जिस कदर इंटरनेट ने अपनी पैठ बनाई है उसने आज व्यापार के विस्तार को अलग आयाम दिया है। लेकिन व्यापार की सुगमता के बीच इंटरनेट का एक अलग आयाम भी है जिसने बहुत सारे व्यापार पर विपरीत प्रभाव भी छोड़ा है। इसी कड़ी एक नाम जो आता है वो है किताबों की दुकानों का, इंटरनेट की इसी सुगमता और कभी-कभी काफी सस्ते दामों पर मिलने वाले किताबों के कारण आज विश्व भर में कई किताब की दुकानें बंद होने की कगार पर आ गयी हैं। पर इसी बीच कुछ ऐसे भी किताब की दुकानें है जो इस प्रतिस्पर्धी इंटरनेट की दुनिया में अपने ग्राहकों से सीधे तौर पर जुडी हुई हैं। इन्ही सब विषयों पर चर्चा करने हेतु जयपुर बुकमार्क के सातवें संस्करण के दूसरे बैठक में 'दी हार्ट ऑफ़ बुकस्टोर' नामक विषय का आयोजन किया गया। उक्त विषय पर बात की आरसन काशकाशियन, सुचि सारस्वत, जेफ़ और प्रियंका मल्होत्रा ने।

जेफ़ ने बुकस्टोर की महत्ता को बताते हुए कहा कि बुकस्टोर एक ऐसा मंच होता है जो लेखक और उसके पाठक को जोड़ने का काम करता है। अपने 59 साल पुराने बुकस्टोर की बात करते हुए उन्होंने ये चिंता जाहिर की कि संयुक्त राज्य अमेरिका में बुकस्टोर का कोई बिज़नेस मॉडल नहीं है। जिसके कारण तमाम बुकस्टोर को ग्राहकों की संख्या बढाने के लिए बुकस्टोर में अन्य दूसरी चीज़ें, जैसे मोज़े बेचने पड़ते हैं, जो की चिंताजनक है। इसका जवाब देते हुए सुची ने कहा कि 'हां! उनका बुकस्टोर मोज़े के साथ साथ बहुत सारे उपहार सामान भी बेचता है लेकिन ऐसा करने का फायदा बेशक ग्राहकों की संख्या पर पड़ता है। और वो बुक स्टोर की तरफ आकृष्ठ होते हैं।

आर्सन ने अपने संस्करण को साझा करते हुए कहा कि 'एक बार कोलकाता में एक बुकस्टोर में घूमते हुए उन्हें बुकस्टोर के कर्मचारी से बात करते हुए इस बात पर आश्चर्य हुआ कि वो कर्मचारी बुकस्टोर में काम किताब के प्रेम की वजह से नहीं बल्कि अर्थ मात्र के लिए करता था। ऐसा अनुभव उनके लिए अमेरिका में चल रहे बुकस्टोर के बिलकुल विपरीत था। बुकस्टोर के मूलभावना पर बात करते हुए श्री आर्सन ने कहा कि 'बुकस्टोर की आत्मा उसके ग्राहकों में बसती है'। बुकस्टोर की तरफ ग्राहकों को आकृष्ठ होने पर बात करते हुए प्रियंका ने कहा कि 'हम बुकस्टोर में ग्राहकों को बुक के प्रति ऐसी सेवाएं देते हैं, जैसी उन्हें और जगह नहीं मिलती। इस कड़ी में वो अपने बुकस्टोर में आये दिन तमाम किताबों पर वर्कशॉप करवाती रहती हैं। इस तरीके से वो अपने बुकस्टोर में पाठकों की एक कम्युनिटी बनाने कामयाब रही हैं जो उनके अब नियमित ग्राहक हैं।

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